मुखौटे इतने मिले
कि चेहरे याद ही नहीं रहे
अब अगर चेहरे मिल भी जाते हैं
तो बहुत तंग नजर आती हैं भरोसे की गलियाँ।
घर की नींव बचाने के लिए स्त्री और पुरुष दोनों जरूरी है दोनों जितने जरूरी नहीं है उतने जरूरी भी है पर दोनों में से एक के भी ना होने से बची रहती हैं घर की नीव दीवारों के साथ पर जितना जरूरी नहीं है उतना जरुरी भी हैं दो लोगों का एक साथ होना
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