प्रेमीकाएं उम्रदराज होने पर त्यागी जाती है और यह मरणासन्न पीड़ा होती है एक औरत के लिए वो टोटल टोटल कर लेती है अपने देह का जायजा लटकते स्तनों में खीचाव लाने की करती है भरकस प्रयत्न या फिर सोचती है शायद देह ने त्याग दी है उष्मा अब वो नही तपा सकती है अपने प्रेमी की देह या ढीली पड़ती उसकी कमर समेटने का करती है एकाएक प्रयास तभी दूर से आता एक काफीला जो शमशान की राह लेता चार काधें पर जाता मृतदेह देख वो अपने शरीर को छुते हुए बुदबुदाती है आत्मा के पहले मेरी देह चली गई शमशान पर उसी प्रेमी के कधें पर होकर जिसने कभी कहा था तुम्हारी देह जीतनी बुढी होगी मेरा प्रेम उतना ही गहरा 🙏