एक बूँद ही तो
है वह
जो बनी है
मोती
क्यूं कि वह नन्हीं बूँद
सीप के अँधेरे कोटरी
में बिताई है दिन
और उसकी रातें कटी है
स्याह अकेलेपन में
मोती सा दमकने के लिए
सहनी पडती है
कितनी ही यातनाए
पूछो ना उस नन्ही बूँद से ।
कावेरी
है वह
जो बनी है
मोती
क्यूं कि वह नन्हीं बूँद
सीप के अँधेरे कोटरी
में बिताई है दिन
और उसकी रातें कटी है
स्याह अकेलेपन में
मोती सा दमकने के लिए
सहनी पडती है
कितनी ही यातनाए
पूछो ना उस नन्ही बूँद से ।
कावेरी
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